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एक गलती और सेना के रडार पर आ गए आतंकी हाशिम मूसा और उसके साथी 

पहलगाम हमले के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां फिजिकल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस रखे हुए थीं. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को चाइनीज अल्ट्रा रेडियो कम्युनिकेशन ऐक्टिव होने के पुख्ता सुराग मिले थे.

नई दिल्‍ली:

ऑपरेशन महादेव, यह नाम है उस खास मिशन को जो सेना और सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले के आतंकियों को ढेर करने के लिए चलाया था. इस ऑपरेशन में सेना ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है जो 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को ढेर करने के लिए चलाया गया था. अब सेना के इस ऑपरेशन पर एक बड़ी खबर आ रही है. इस खबर के तहत वो जानकारियां सामने आई हैं जिससे पता चलता है कि सेना ने आखिर कैसे इन आतंकियों को ट्रैक किया और उन्‍हें ढेर किया. 

सर्विलांस पर थे आतंकी 

पहलगाम हमले के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां फिजिकल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस रखे हुए थीं.  इसी दौरान भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को चाइनीज अल्ट्रा रेडियो कम्युनिकेशन ऐक्टिव होने के पुख्ता सुराग मिले और इसके बाद इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. एनक्रिप्टेड मैसेज के लिए लश्कर इस चाइनीज अल्ट्रा रेडियो का इस्तेमाल करता है.  साल 2016 में इसे WY SMS भी कहते थे. 

सेना ने क्‍या बताया 

भारतीय सेना ने बताया कि सुरक्षा बलों द्वारा आज ‘ऑपरेशन महादेव’ शुरू करने के बाद श्रीनगर के पास लिडवास में दो आतंकवादी मारे गए. इनमें से एक, लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी सुलेमान उर्फ हाशिम मूसा जो पहलगाम हमले का एक हत्यारा और मास्टरमाइंड बताया गया है, वह भी ढेर हो गया है. इसके अलावा दो और आतंकियों की पहचान अबू हमजा और यासिर के रूप में हुई है. सेना ने एक अपडेट में कहा, ‘एक भीषण गोलीबारी में तीन आतंकवादी मारे गए हैं. ऑपरेशन जारी है.’ 

बताया जा रहा है कि इलाके में एक आतंकी के और छिपे होने की आशंका है. आतंकी की तलाश में अभी सेना का सर्च ऑपरेशन चल रहा है. 4 आतंकी के होने की खबर थी जिसमें से 3 मारे गए हैं. पूरे इलाके में घेराबंदी कर दी गई है. 

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