निराशा हुई… पाकिस्तान को बेनकाब करने गए शशि थरूर ने कोलंबिया से क्यों कहा ऐसा, पढ़ें 

शशि थरूर ने कहा कि हम परिस्थितियों के बारे में कोलंबिया से विस्तार से बात करके बहुत खुश हैं. जिस तरह कोलंबिया ने कई आतंकी हमलों को झेला है, उसी तरह भारत में भी हमने झेला है.

आतंकियों के पनाहगाह रहे पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने गई भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबिया सरकार के रुख के प्रति नाराजगी जताई है. इस दल की अगुवाई कर रहे शशि थरूर ने कहा है कि हमें कोलंबिया से इस बात की अपेक्षा नहीं थी कि वो ऑपरेशन सिंदूर की वजह से पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों को लेकर दुख जताएगा. भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था. हमारे इस हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. उन्होंने आगे कहा कि हम कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से थोड़े निराश थे, जिसने आतंकवाद के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताने के बजाय भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान में हुई जानमाल की हानि पर संवेदना व्यक्त की. 

शशि थरूर ने आगे कहा कि हम सिर्फ़ आत्मरक्षा के अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. हम परिस्थितियों के बारे में कोलंबिया से विस्तार से बात करके बहुत खुश हैं. जिस तरह कोलंबिया ने कई आतंकी हमलों को झेला है, उसी तरह भारत में भी हमने झेला है. हमने लगभग चार दशकों में बहुत बड़ी संख्या में हमलों को झेला है. थरूर ने यह भी माना कि चीन पाकिस्तान के 81 प्रतिशत रक्षा उपकरण सप्लाई करता है, साथ ही उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि रक्षा एक विनम्र शब्द है. पाकिस्तानी सैन्य हथियार, इनमें से ज़्यादातर रक्षा के लिए नहीं बल्कि हमले के लिए हैं. हमारा झगड़ा हमारे खिलाफ़ आतंक के प्रसार से है. 

आपको बता दें कि थरूर के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल पनामा और गुयाना का दौरा करने के बाद गुरुवार को कोलंबिया पहुंचा. बोगोटा में अपने प्रवास के दौरान, प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस के सदस्यों, मंत्रियों और थिंक टैंक और मीडिया में अन्य प्रमुख वार्ताकारों से बातचीत करेगा. प्रतिनिधिमंडल में सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भाजपा), भुवनेश्वर कलिता (भाजपा), मिलिंद देवड़ा (शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (भाजपा) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू शामिल हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts
Translate »