उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिन्दू रक्षा दलों ने KFC और नजीर रेस्टोरेंट के सामने जमकर प्रदर्शन किया. हिन्दू रक्षा दल दल का कहना था कि सावन का महीना चल रहा है. ऐसे में ये नॉनवेज की दुकानें नहीं खुल सकती हैं. हिन्दू रक्षा दल ने इसके लिए जबरन शटर बंद किया, पुलिस की मौजूदगी में अंदर घुसकर धमकाया. आज पुलिस ने कार्यवाई करते हुए हिन्दू रक्षा दल के लोगो पर मुकदमा दर्ज किया है.
गाजियाबाद का क्या है पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र का है. यहां हिंदू रक्षा दल के लोगों की गुंडागर्दी देखने को मिली. हिंदू रक्षा दल के लोगों ने नॉनवेज बेचने वाले केएफसी का शटर जबरदस्ती बंद कर दिया. हैरानी की बात है कि इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही. हिंदू रक्षा दल के लोगों का कहना था कि, ‘सावन के पवित्र महीने में केएफसी जो नॉनवेज सामान बेचता है, वो कैसे खुला हुआ है. हमने पहले ही चेतवानी दी थी कि वो नॉन वेज की दुकानों को बंद करें.
पुलिस आई एक्शन में
अब इस पूरी घटना पर पुलिस ने एक्शन लिया है. इंदिरापुरम थाने में तैनात दरोगा की तहरीर पर 8 से 10 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है. दल से जुड़े लोगों ने ग्राहकों की मौजूदगी में अंदर घुसकर खूब हंगामा किया और धमकी दी कि, देश हिंदुओं का है और हिंदुओं के हिसाब से चलेगा.
लेकिन इस सवाल का नहीं था जवाब
हालांकि हिंदुओं का झंडा उठाए इन लोगों के पास इस बात का जवाब नहीं था कि नॉनवेज की दुकान सिर्फ कावड़ मार्ग पर बंद रहेंगी या हर जगह.
गाजियाबाद में सावन माह के दौरान हिंदू रक्षा दल के सदस्यों ने एक केएफसी स्टोर को बंद करा दिया और नाजीर फूड्स के आउटलेट पर भी विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने धार्मिक नारे लगाए और मांग की कि सावन के इस पवित्र महीने में मांसाहारी भोजन की बिक्री पर रोक लगाई जाए। उनका कहना था कि इस अवधि में मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध लगाकर धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।
पुलिस ने इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। स्थानीय प्रशासन ने इस प्रकार के घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखने का आश्वासन दिया है।
यह घटना धार्मिक संवेदनाओं के सम्मान और व्यावसायिक स्वतंत्रता के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता को उजागर करती है। स्थानीय प्रशासन और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए उचित दिशा-निर्देशों की आवश्यकता है।
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