पीएम मोदी ने कहा कि 75 साल तक हम आतंकवाद झेलते रहे और पाकिस्तान के साथ जब युद्ध की नौबत आई तो तीनों बार भारतीय सैन्य शक्ति ने पाकिस्तान को धूल चटाई और पाकिस्तान समझ गया कि लड़ाई में वो भारत से जीत नहीं सकता है और इसलिए उसने प्रॉक्सी वॉर चालू किया.’
गांधीनगर:
गुजरात के गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ 22 मिनट में आतंकवाद के 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. इस बार सबकुछ कैमरे के सामने हुआ, ताकि कोई सबूत न मांग सके. साथ ही कहा कि हम किसी से दुश्मनी नहीं चाहते, विश्व की भलाई के लिए योगदान देना चाहते हैं. लेकिन अगर कोई हमला हुआ, तो हमारी जवाबी कार्रवाई के लिए दुश्मनों को तैयार रहना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा, ’75 साल तक हम आतंकवाद झेलते रहे और पाकिस्तान के साथ जब युद्ध की नौबत आई तो तीनों बार भारतीय सैन्य शक्ति ने पाकिस्तान को धूल चटाई और पाकिस्तान समझ गया कि लड़ाई में वो भारत से जीत नहीं सकता है और इसलिए उसने प्रॉक्सी वॉर चालू किया. सैन्य प्रशिक्षण होता है, सैन्य प्रशिक्षित आतंकवादी भारत भेजे जाते हैं और निर्दोश लोगों को निशाना बनाते हैं. उन्हें जहां मौका मिला वो मारते रहे और हम सहते रहें… क्या हमें अब यह सहना चाहिए? क्या गोली का जवाब गोली से देना चाहिए? ईंट का जवाब पत्थर से देना चाहिए?’
भारत की विदेश नीति का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘साथियों ये देश उस महान संस्कृतिक परंपरा को लेकर चला है वसुधेव कुटुंबकम… यह हमारा संस्कार है, हमारा चरित्र है… हम पूरे विश्व को परिवार मानते हैं. हम अपने पड़ोसियों के लिए भी सुख चाहते हैं. वो सुख चैन से जिएं और हमें भी सुख चैन से जीने दें. लेकिन जब बार-बार हमारे सामर्थ्य को ललकारा जाए तो ये देश वीरों की भी भूमि है. आज तक जिसे हम प्रॉक्सी वॉर कहते थे छह मई के बाद जो दृश्य देखें गए… उसके बाद वो इस प्रॉक्सी वॉर कहने की गलती नहीं कर सकते.’
ऑपरेशन सिंदूर की उस रात को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘जब आतंकवाद के 9 ठिकाने तय कर के 22 मिनट में उनको ध्वस्त कर दिया और इस बार तो सब कैमरा के सामने किया. इस बार हमने सारी व्यवस्था रखी थी ताकि कोई हमसे सबूत न मांगे. मैं इसलिए कहता हूं कि इसको प्रॉक्सी वॉर नहीं कह सकते क्योंकि जो आतंकवादियों के जनाजे निकलें… 6 मई के बाद जिनका कत्ल हुआ… उस जनाजे को पाकिस्तान ने स्टेट ऑनर दिया. उनकी कॉफिन पर पाकिस्तान के झंडे लगा गए. उनकी सेना ने उन्हें सैल्यूट किया और यह साबित करता है कि यह प्रॉक्सी वॉर नहीं है बल्कि यह सोची-समझी नीति है और आप युद्ध ही कर रहे हैं. तो इसका जवाब भी आपको ऐसे ही मिलेगा.’
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