रेस्क्यू टीमों ने तेजी से काम शुरू किया। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया गया। इसके अलावा, रेलवे ने मेडिकल यूनिट्स को घटनास्थल पर भेज दिया। राहत कार्य में पुलिस, एनडीआरएफ और रेलवे के कर्मचारी जुटे हुए हैं। इस बीच, यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए ट्रेनों का संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। कई ट्रेनों को डायवर्ट भी किया गया है ताकि अन्य यात्रियों को असुविधा न हो।
Bilaspur Train Accident के बाद तेज़ी से चला रेस्क्यू अभियान
टक्कर के तुरंत बाद रेलवे अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। साथ ही, ट्रेनों का संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है ताकि रेस्क्यू टीम को काम में सुविधा हो सके। इसके अलावा, कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों को अन्य रूट पर डायवर्ट किया गया।
Bilaspur Train Accident की जांच और बयान
रेलवे ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। हालांकि शुरुआती रिपोर्ट में तकनीकी गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। फिलहाल, सभी संसाधन घटनास्थल पर भेज दिए गए हैं। साथ ही, अधिकारियों ने कहा कि घायलों को हर संभव मदद दी जाएगी।
हेल्पलाइन नंबर और मुआवजे की घोषणा
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने यात्रियों और परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं —
बिलासपुर: 7777857335 | चांपा: 8085956528 | रायगढ़: 9752485600 | पेंड्रा रोड: 8294730162 | कोरबा: 7869953330
इसके अलावा, रेल मंत्री ने मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को ₹5 लाख और सामान्य घायलों को ₹1 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। रेलवे ने भरोसा दिलाया है कि सभी घायलों का इलाज मुफ्त में कराया जाएगा।
रेलवे ने मुआवजे का ऐलान किया
रेल मंत्री ने हादसे के बाद मुआवजे की घोषणा की है। मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को ₹5 लाख और सामान्य रूप से घायल यात्रियों को ₹1 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही, रेलवे ने कहा कि सभी प्रभावितों के इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है।
