अपनी सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए अमेरिका बनाएगा ‘गोल्डन डोम’, ट्रंप ने बताया गेमचेंजर

अमेरिका के गोल्डन डोम डिफेंस सिस्टम को तैयार करने में अरबों डॉलर खर्च किए जाएंगे. इसे तैयार होने में तीन साल का समय लग सकता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गोल्डन डोम डिफेंस शील्ड प्रोजेक्ट की घोषणा कर दी है. गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस शील्ड के तैयार होने के बाद अमेरिका अपनी हवाई सीमा की सुरक्षा को पहले से कई गुणा ज्यादा मजबूत बनाने में सफल होगा. इस बड़े प्रोजेक्ट का ऐलान करते समय राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हम गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस शील्ड के बारे में बड़ी और ऐतिहासिक घोषणा कर रहे हैं. ये ठीक वैसा ही है जैसा हम चाहते हैं. ये एक गेमचेंजर साबित होने वाला. गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस शील्ड अमेरिका द्वारा अंतरिक्ष में भेजा जाने वाला पहला हथियार होगा. इसको तैयार करने में तीन साल का समय लग सकता है.  

ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा कि चुनाव अभियान के दौरान मैंने अमेरिकी लोगों से वादा किया था कि मैं एक अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा कवच का निर्माण करूंगा. आज मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमने इस अत्याधुनिक प्रणाली के लिए आधिकारिक तौर पर वास्तुकला का चयन कर लिया है. उन्होंने कहा कि एक बार पूर्ण रूप से निर्मित हो जाने पर, गोल्डन डोम मिसाइलों को रोकने में सक्षम होगा, भले ही वे दुनिया के अन्य भागों से प्रक्षेपित की जाएं और भले ही वे अंतरिक्ष से प्रक्षेपित की जाएं.

अमेरिकी राष्ट्रपति इस डोम की कुल कीमत 175 बिलियन डॉलर बताई है. कांग्रेस के बजट कार्यालय ने अनुमान लगाया है कि सीमित संख्या में अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने के लिए अंतरिक्ष आधारित इंटरसेप्टर की लागत 20 वर्षों में 161 बिलियन डॉलर से 542 बिलियन डॉलर के बीच होगी.

क्या है गोल्डन डोम डिफेंस शील्ड

गोल्डन डोम एक ज़मीनी और अंतरिक्ष आधारित मिसाइल शील्ड सिस्टम होगा जो उड़ान के कई चरणों में मिसाइलों का पता लगाएगा. साथ ही उन्हें ट्रैक करेगा और रोकेगा. संभावित रूप से उन्हें उड़ान भरने से पहले नष्ट कर देगा या उन्हें हवा में ही रोक देगा. नई प्रणाली को संयुक्त राज्य अमेरिका की सफलता और यहां तक ​​कि अस्तित्व के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए ट्रंप ने कहा कि एक बार पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद यह मिसाइलों को रोकने में सक्षम होगा. चाहे वो दुनिया के किसी भी कोने या फिर अंतरिक्ष से ही क्यों ना लॉन्च की गई हों, ये डोम सभी तरह की मिसाइलों को नष्ट करने में पूरी तरह से सक्षम होगा. गोल्डन डोम के लक्ष्य और भी व्यापक हैं. ट्रंप ने कहा कि यह जमीन, समुद्र और अंतरिक्ष में अगली पीढ़ी की तकनीकों को तैनात करेगा, जिसमें अंतरिक्ष आधारित सेंसर और इंटरसेप्टर शामिल हैं.

ट्रंप के साथ बोलते हुए पेंटागन प्रमुख पीट हेगसेथ ने कहा कि गोल्डन डोम के लिए डिज़ाइन मौजूदा ज़मीनी रक्षा क्षमताओं के साथ एकीकृत होगा और इसका उद्देश्य क्रूज़ मिसाइलों, बैलिस्टिक मिसाइलों, हाइपरसोनिक मिसाइलों, ड्रोन, चाहे वे पारंपरिक हों या परमाणु, से मातृभूमि की रक्षा करना है. 

कई सालों में पूरा होगा प्रोजेक्ट

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में अभी कुछ साल का समय लग सकता है. इसके लिए अमेरिकी सरकार ने एक बड़ा बजट भी जारी कर दिया है. गोल्डम डोम डिफेंस शील्ड दुश्मनों के दांत खट्टे करने में पूरी तरह से सक्षम होगा. गोल्डन डोम सिस्टम को तैयार करने में अरबों डॉलर के खर्च होने का अनुमान है. गोल्डन डोम का विचार इजरायल के रक्षा कवच आयरन डोम से प्रेरित भी बताया जा रहा है. 

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