“जापान को पछाड़ना कभी सपना था, आज हकीकत बन गया: भारत के चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने पर गदगद हुए आनंद महिंद्रा

India overtakes Japan GDP: आनंद महिंद्रा ने कहा कि यह मुकाम भारत के करोड़ों लोगों की मेहनत और जज्बे का नतीजा है. “जापान लंबे समय से एक मजबूत और मेहनती अर्थव्यवस्था रहा है. लेकिन अब भारत ने जो उपलब्धि हासिल की है, वो इस बात का सबूत है कि हमारे लोग कितने टैलेंटेड और मेहनती हैं  चाहे वो किसी भी सेक्टर, उम्र या जगह से हों,”

नई दिल्ली:

भारत ने एक ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है. अब भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. IMF के ताजा अनुमान के मुताबिक, भारत की GDP अब 4.19 ट्रिलियन डॉलर हो चुकी है. GDP के मामले में भारत ने जापान को पीछे छोड़ दिया है.

आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर जताई खुशी

इस बड़ी उपलब्धि पर दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने X पर लिखा, “जब मैं बिजनेस स्कूल में था, तब भारत के जापान को पीछे छोड़ने का ख्याल भी एक दूर का और साहसी सपना लगता था. आज वो सपना हकीकत बन चुका है. हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं. ये कोई छोटी बात नहीं है.” 

भारत के करोड़ों लोगों की मेहनत और जज्बे का नतीजा

आनंद महिंद्रा ने कहा कि यह मुकाम भारत के करोड़ों लोगों की मेहनत और जज्बे का नतीजा है. “जापान लंबे समय से एक मजबूत और मेहनती अर्थव्यवस्था रहा है. लेकिन अब भारत ने जो उपलब्धि हासिल की है, वो इस बात का सबूत है कि हमारे लोग कितने टैलेंटेड और मेहनती हैं  चाहे वो किसी भी सेक्टर, उम्र या जगह से हों,” 

अब पर कैपिटा इनकम बढ़ाना अगला टारगेट

आनंद महिंद्रा ने यह भी कहा कि अब हमें संतुष्ट नहीं होना चाहिए. अगला टारगेट भारत की “पर कैपिटा इनकम” यानी प्रति व्यक्ति की औसत कमाई को बढ़ाना होना चाहिए. उन्होंने कहा, “अब हमें सिर्फ जर्मनी से आगे नहीं निकलना है, बल्कि अपने हर नागरिक की आमदनी को भी बढ़ाना है.”

उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में भारत की प्रति व्यक्ति आय 1,438 डॉलर से बढ़कर 2,880 डॉलर हो गई है. लेकिन अभी अमेरिका, चीन और जर्मनी जैसे देशों से भारत की दूरी काफी ज्यादा है. 

भारत को लगातार सुधार रखने होंगे: आनंद महिंद्रा

आनंद महिंद्रा ने यह भी कहा कि भारत को लगातार सुधार करते रहना होगा  चाहे वो गवर्नेंस हो, इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग, एजुकेशन या फिर कैपिटल एक्सेस. तभी भारत वाकई में एक विकसित अर्थव्यवस्था बन पाएगा.

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