प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बिहार के दौरे पर जाएंगे. दो दिन के इस दौरे में प्रधानमंत्री बिहार को करीब 50 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात देंगे. आइए देखते हैं कि चुनावी साल में अब तक बिहार को क्या क्या मिला है.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बिहार की राजधानी पटना पहुंचेंगे. उनका बिहार में दो दिन रहने का कार्यक्रम है. चुनावी राज्य बिहार में इस प्रधानमंत्री मोदी की यह तीसरी यात्रा है. इससे पहले उन्होंने फरवरी और अप्रैल में बिहार की यात्रा की थी. पीएम मोदी अपने इस दौरे पर 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं की शुरुआत करेंगे.इन विकास योजनाओं में हवाई अड्डे, बिजली परियोजना और एक्सप्रे वे जैसी योजनाएं शामिल हैं. इससे बिहार की अर्थव्यवस्था को गति मिलने का अनुमान है. केंद्र सरकार ने बजट में भी बिहार के लिए कई योजनाओं की सौगात दी थी. आइए जानते हैं कि चुनावी साल में केंद्र सरकार ने बिहार के लिए क्या-क्या दिया है.
पहले बात करते हैं उन योजनाओं की जिनकी पीएम मोदी गुरुवार-शुक्रवार को शिलान्यास या उद्घाटन करेंगे.
पटना एयरपोर्ट: पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे.यह भवन 65,155 वर्ग मीटर में फैला हुआ है. इसके निर्माण पर 12 सौ करोड़ रुपये की लागत आई है.पीएम बिहटा में बनने वाले एयरपोर्ट का शिलान्यास करेंगे. इसके लिए 542 करोड़ रुपये का आबंटन किया गया है.
एनटीपीसी की बिजली परियोजना: पीएम मोदी 30 मई को औरंगाबाद जिले के नबीनगर में 29947.91 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सुपर थर्मल पावर प्लांट की आधारशिला रखेंगे. इसके बन जाने पर बिहार को 1500 मेगावाट बिजली मिलेगी.
पटना से सासाराम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे: पीएम मोदी 30 मई को 3712 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पटना-सासाराम एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे.
बक्सर में गंगा नदी पर पुल: पीएम मोदी बक्सर और उत्तर प्रदेश के भरौली के बीच बनने वाले पुल का शिलान्यास करेंगे.गंगा नदी पर बनने वाला यह तीन लेन का पुल 3.2 किलोमीटर लंबा होगा. यह पुल पूर्वांचल और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को सीधे जोड़ेगा. इसके निर्माण पर करीब 368 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
पीएम मोदी का बिहार दौरा
पीएम इसके अलावा भी कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ कर सकते हैं. आइए अब यह देखते हैं कि पीएम मोदी ने इससे पहले इस साल बिहार को क्या सौगात दी है. इससे पहले पीएम मोदी 24 अप्रैल को बिहार के मधुबनी पहुंचे थे. उन्होंने वहां से बिहार को 13 हजार 480 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात दी थी.
गोपालगंज जिले के हथुआ में करीब 340 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और रेल अनलोडिंग सुविधा की आधारशिला रखी थी.
बिजली क्षेत्र में 1,170 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास किया था.
पांच हजार 30 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था.
दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत करीब 930 करोड़ रुपये की सहायता दो लाख से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों को दी गई.
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 15 लाख नए लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, 10 लाख लाभार्थियों को किस्तें, एक लाख प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और 54 हजार प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) मकानों का गृह प्रवेश हुआ था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल पहली बार 24 फरवरी को बिहार के दौरे पर गए थे.उन्होंने भागलपुर में इसमाइलपुर-रफीगंज रोड ओवर ब्रिज लोगों को समर्पित किया था और बरौनी में दुग्ध उत्पाद संयंत्र का उद्घाटन किया था.
बजट में बिहार को क्या मिला
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश किया था. सरकार ने बिहार के लिए बजट में भी कई बड़ी सौगातें दी थीं.
भारत के मखाना उत्पादन में 80 फीसदी बिहार देता है. मखाना किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कदम उठाते हुए बिहार में मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा की गई थी.इससे मखाना के उत्पादन, प्रोसेसिंग और बाजार खोजने में मदद मिलेगी.
सरकार ने 2014 के बाद बने आईआईटी में साढ़े छह हजार नई सीटें जोड़ने की घोषणा की. इसका फायदा पटना आईआईटी को भी मिला.
बिहार में चार नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की घोषणा.
बिहार में फूड टेक्नोलॉजी, व्यसायिकता और मैनेजमेंट के लिए राष्ट्रीय योजना शुरू की गई.
पश्चिमी कोसी नहर परियोजना को वित्तीय सहायता से मिथिलांचल के 50 हजार हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा बेहतर होगी.
Leave a Reply